अब आ गए हो जो तुम दर पे मेरे, लौटना मत तुम अब यूहीं कभी, मेरे ना हुए तो क्या हुआ, तुमपे कबसे ये दिल आस लगाए बैठा है। -
अब आ गए हो जो तुम दर पे मेरे, लौटना मत तुम अब यूहीं कभी, मेरे ना हुए तो क्या हुआ, तुमपे कबसे ये दिल आस लगाए बैठा है।
-