4 APR 2019 AT 10:43

सिर्फ कहानियों में, किताबो में,
असल में तो हमें नई शुरुआत ही करनी पड़ती है।
और शायद ! ! ! !
यही हमारा दूसरा मौक़ा होता है ।

- Darshana Hitesh Jariwala