Deepshikha saraf   (Deepshikha Saraf)
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Joined 12 October 2017


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Joined 12 October 2017
24 FEB 2023 AT 12:22

कड़वा सच्च
कदर सिर्फ दिखावे के रिश्तों की होती हैं
जो बिना जताए साथ खड़े रहते है
वो तो जिंदगी की परेशानी लगते हैं

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2 JAN 2023 AT 10:18

Resolution No 1
जो ना करे फिक्र
उसकी फिक्र ना करो

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16 DEC 2022 AT 18:46

A calm mind comes from a calm environment

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4 NOV 2022 AT 15:58

जनाब..।
बस एक ही बुरी आदत हैं
गर कभी गलती से भी सच बोल दूं
तो जिंदगी भर के लिए बुरी बन जाती हूं

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23 SEP 2022 AT 20:49

आज भी जब मैं मेरे गांव जाता हूं
तो नजर आता है सब कुछ वैसा , छोड़ा था मेरी माँ ने जैसा
वही झूलता सा पंखा वही दब दबा सा गदा
वही दुल्हन सा घूंघट ओढ़े कांच और उसपे मेरी माँ की बिंदिया
दीवार से लगी बेजान सी खटिया और उसी के पास पड़ा मेरी पहली साइकिल का टूटा पहिया
नजर आते हैं वो चमकदार बर्तन जिसपे चेहरा आज भी दिखता है
मेरे गांव का वो सालों पुराना मटका आज भी ठंडा पानी देता हैं
खुशबू आज भी कपड़ो में अपनो की आती हैं
बिताए पुराने पलो की याद ताजा कर जाती हैं
चूल्हा आज भी बेखौफ अपनी आग सेकता हैं
स्वाद भी रोटी का पहले जैसा है
लोटा बाल्टी ठुमक कर आज भी गिरते हैं
पहले जैसे ही बिजली पानी बेवक्त आते जाते हैं
सब नजर आता है वैसा छोड़ा था मेरी माँ ने जैसा
बस अब नजर नहीं आती माँ मुझे क्यों पहले जैसे
दो गली दूर भी जो सुन लेती थी आवाज मेरी
क्यूं आज वो मेरे दिल में रह कर भी मेरी आवाज़ नही सुनती
जो खिलाती थी हमेशा चूल्हे पे पकी गरम रोटी
क्यूं आज वो मेरी थाली में रखी ठंडी रोटी को नहीं टटोलती
समान तो आज भी उसका वही रखा हैं जहां उसने छोड़ा था
पर अब वो नहीं यहां

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20 SEP 2022 AT 11:45

चाहें फितूर ही सही पर तुमसे इश्क करना
मेरे लिए किसी इबादत से कम नहीं

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20 SEP 2022 AT 11:13

लोग इल्जाम भी इंसान देख के नही
औकात देख के लगाते हैं
"जितनी छोटी औकात उतना बड़ा इल्जाम"

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25 AUG 2022 AT 10:45

लिखने जो बैठे गज़ल तो सोचते हैं तेरा नाम लिख दे
ना खेरियत लिखे ना कोई बात पूछे
ना सवाल लिखे ना कोई जवाब दे
बस लिखे तो तेरे नाम के साथ अपना नाम लिख दे

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26 JUL 2022 AT 15:26

अच्छे वक्त में हर कोई आपका अपना बन जाता हैं
बुरे वक्त में एक अपना ही हर फर्ज निभाता हैं

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26 JUN 2022 AT 2:01

कभी एहसास किया हैं
किसी से बेहद महोबत करके
बेइंतेहान नफरत करना
फिर महोबत करना और नफरत करना
♥️
जी हां हुजूर ! ऐसा सिर्फ शादी करने पे ही एहसास होता हैं

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