आज दुनिया का ये हाल है_गीता_
लोग मर रहे हैं कोरोना के कहर से
फिर भी लोग कहेंगे हमारा क्या ?
आज किसी झोंपड़ी में चुल्हा नहीं जला है,
लोग भूख के मारे मर रहे हैं,
फिर भी लोग कहेंगे हमारा क्या ?
कोई बच्चा सड़क पर मजदूरी कर रहा है,
अपना और मां का पेट पालने के लिए
फिर भी लोग कहेंगे हमारा क्या ?
कोई मां अपने बच्चों को बड़ा करने
केलिए लाख मुसीबत उठाती हैं,
बच्चें बड़े होकर कहेंगे हमारा क्या ?
✍️...© drdhbhatt...
- Dr. Damyanti Bhatt