दोबारा कभी मुझसे मिलने का मौका मिले तो उस मौके को खो देना,"क्योंकि मैं बार बार टूट कर सम्भल नहीं सकता"... -
दोबारा कभी मुझसे मिलने का मौका मिले तो उस मौके को खो देना,"क्योंकि मैं बार बार टूट कर सम्भल नहीं सकता"...
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पता है यार, "मैं वक्त माँगता रहा गया उससे,उसने मेरा वक्त छीन लिया मुझसे" ..। -
पता है यार, "मैं वक्त माँगता रहा गया उससे,उसने मेरा वक्त छीन लिया मुझसे" ..।
पता है,मैं हर बार अकेला क्यूँ रह जाता हूँ,"क्यूंकि झूठ मैं बोलता नहीं और सच मैं छुपाता नहीं"। -
पता है,मैं हर बार अकेला क्यूँ रह जाता हूँ,"क्यूंकि झूठ मैं बोलता नहीं और सच मैं छुपाता नहीं"।