29 NOV 2017 AT 17:07

यूँ इल्ज़ाम न लगाओ ..
तुम सब मेरे उस दीवाने पर

मेरे क़त्ल की ख़ातिर सौंपा था ..
मैंने ही जिसके हाथों में खंजर

- 'जोयस्ती'