CalmKazi   (CalmKazi)
9.0k Followers · 360 Following

अनकहे अवसादों का फ़लसफ़ा

#calmkaziperforms for a preview of my works
Joined 6 September 2016


अनकहे अवसादों का फ़लसफ़ा

#calmkaziperforms for a preview of my works
Joined 6 September 2016
14 NOV 2024 AT 1:37

Experiencing joy
when you cannot

Is when you know
you can indeed

-


19 JAN 2023 AT 1:04

हम उस बदी के फ़लसफ़े
जो तिश्नगी से चल हुए
क्या भूख, प्यास का धुआँ
सब जंग से हुआ फ़ना
अब तुम ये क्यों फिर कहते हो
“लड़ो नहीं बड़े बनो”
हम है अड़े तो हैं बड़े
सब भूखों की मज़ार में
हम ढाल बन हुए खड़े

-


2 JUL 2022 AT 15:46

Paid Content

-


23 JUN 2022 AT 10:41

Paid Content

-


30 MAY 2022 AT 19:57

एक मजलिस है दर्द और दिल का,
बेक़शी में ख़ुशी अन्दाज़-ए-अय्यारी दिखाती है


I am feeling sad

-


20 APR 2019 AT 9:19

Paid Content

-


27 DEC 2018 AT 15:01

Paid Content

-


14 OCT 2018 AT 13:52

मेरे कहने भर के फ़र्क़ से
जाकर हर उन्स से
फ़िराक़ ढूँढ लाती है।
कहने को तो है सबकी
पर सिर्फ़ किसी एक की ही
रूह कहलाती है।
शब्दों से सबकी है दोस्ती
पर अपने लिखे हुए लफ़्ज़ों से
इश्क़ करा जाती है।

कुछ कम ही हैं मेरे ऐसे हमराज़ जिन्हें हर छोटी सी बात का इल्म होता है। मुझे फ़क्र है ऐसी एक शख़्सियत से वाक़िफ़ होने का। जो समतल हो कर भी सही वक़्त पर सही शब्दों में आक्रोश दिखाने का हुनर रखती है। एक छोटा सा लेख आप सबकी “Staha” के नाम।

-


6 AUG 2018 AT 13:18

//पाती//

मैं सहर का पहरेदार
एक रात यूँ टहलता हूँ ।
हर गूँजती तन्हाई में
मैं वक़्त को टटोलता हूँ ।
तू धड़क सी आ चुकी
मेरी रूह में आ बैठी है ।
तेरी चाँदनी के आग़ोश में
हर मोड़ को मैं तकता हूँ ।

-


20 AUG 2017 AT 7:19

Paid Content

-


Fetching CalmKazi Quotes