मांगीं तो उसने मेरी लिखी हुई शायरियां ही थी,मगर क्या करूं,मैंने उसे अपनी ज़िंदगी ही दे दिया। - आफ़रीन♡Afreen♡
मांगीं तो उसने मेरी लिखी हुई शायरियां ही थी,मगर क्या करूं,मैंने उसे अपनी ज़िंदगी ही दे दिया।
- आफ़रीन♡Afreen♡