15 MAY 2018 AT 23:58

नवेली दुल्हन
पायल की आवाज हम सब दहशत में आ चुके थे
फिर आवाज आनी बन्द हो गई थी
कुछ वक्त के लिए तो जैसे सुकून सा मिला था
अब हमारी मित्र मण्डली भी , ये सोच में थी की आखिर आवाज कहा से आई
कुछ देर बाद फिर आवाज आई छन छन.......
हम सब एक दूजे से ऐसे लिपटे जैसे कोई हमारे आस पास था और हम समझ नही पा रहे थे
इतना भय किसी को इसके पहले हुआ ही न था
अब उन्हें उस घटना की सारी वाक्या हर एक पल
उनके दिलों दिमाग में ठहर गया था
कुछ देर बाद एक मित्र जिसका नाम सुरजीत था
उसे बहुत तेज़ प्यास लगी पर न ही किसी के पास पानी था और न ही,,,हिम्मत की कही से ले आये।
अब क्या सबने सोचा अब हमें यहाँ से निकलना चाहिए
सब तैयार हुए जाने को,तभी फिर कार का दरवाजा फिर खुला पर फिर लगा सायद तेज़ हवा की वजह से होगा,सब का डर अभी भी मनो सातो आसमान में था।
सब एक एक करके बैठे और कार चलने लगी बस....कुछ कदम ही कार आगे बड़ी तो उन्हें फिर आवाज आई छन छन..... जो ड्राइविंग कर रहा था उसने कार रोकी,और फिर सब एक बार एक दूसरे के पास सिमटे,,, तक़रीबन 1 बज रहे थे,जय ने कार से उतरने का साहस किया और उतरा, पीछे पीछे सारे दोस्त गये अब तो पायल की आवाज लगातार और तेज़ हो गई थी ,सबने साहस बंधा और आगे बढ़ते गये ,उनके मित्र मण्डली में 6 लोग थे पर जब वो आवाज का पीछा करने जा रहे थे तभी उनसे एक(अनुराग) बिछड़ गया,सब के चेहरे में जैसे 12 बज गए थे,आवाज और तेज़ हुई,

- Bindu tiwari