पता नहीं क्या क्या बाते करता हे,न हम थकते ना वो थकता है,और ऐसे ही सुबह हो जाती हे। - Bhargav Ginoya
पता नहीं क्या क्या बाते करता हे,न हम थकते ना वो थकता है,और ऐसे ही सुबह हो जाती हे।
- Bhargav Ginoya