लकीरें पड़ने का हुनर
आना चाहिए हर किसी को,
क्योंकि ज्यादा फर्क नहीं हैं
मददगार और तलबगार में
हाथ दोनो ही बढ़ाते हैं।-
क्योंकि उससे पहले तुम्हारी और मेरी ... read more
एक तूफान है मेरे अंदर,
जो अभी भी मेरे काबू में है।
एक वजह की तलाश है मुझे,
जो या तो मुझे आज़ाद कर दे
या फिर....
इस तूफान को।-
पूरा दिन बहुत याद आती हो तुम,
आंखें खुलते ही क्यों चली जाती हो तुम?-
तड़पते रहे एक एक सांस को
पर आई ना मौत भी हमे,
उसका आखिरी दीदार जो करना था।
उम्र बीत गई पर
इश्क भी दोबारा नहीं हुआ हमे,
आखिरी सांस तक
उससे प्यार जो करना था-
खुशी है के
ताह उम्र इंतजार के बाद ही सही,
उसका दिया गुलाब तो आया।
और गम है के
मैं अर्थी से उठ भी ना पाया।-
नए जमाने से सीखा है,
रिवाज पुराना।
दूसरों के लिए दवा बनते–बनते,
खुद के लिए जहर बन जाना।-
first build a strong foundation.
Same applies to relationships.-
हम परवाह करते रहे,
वो लापरवाह बनते गए।
हम जख्म लिखते रहे,
लोग वाह! वाह! करते गए।-
मतलब की दुनियां है
और
फरेबियों का बोल बाला है,
दोगलों की वाह! वाह!
और
सच्चों का मुंह काला है।-