तेरी आँखें हैं मधुशाला,
इस पर शेर लिखुँ या ग़ज़ल कहूँ,
तेरे होंठ हैं सुर्ख गुलाबी इसको,
एक प्यारा सा कमल कहूँ,
तू मेरी चाहत तू ही मुहब्बत,
तू मेरी धड़कन, तू मेरी हसरत
तुझको मैं उल्फत कहूँ,
तेरी आँखें हैं मधुशाला,
इस पर शेर लिखुँ या ग़ज़ल कहूँ ।....
- Avi Rai
22 JAN 2019 AT 16:59