2 AUG 2020 AT 11:00

भारत के चन्द्र यान- 2 के चन्द्रमा पर अवतरण (Landing) के सन्दर्भ में इसरो को अपेक्षित सफलता का नहीं मिलना, इसरो में संभवतः यान-प्रौद्योगिकी सम्बन्धी किसी आत्मनिर्भरता और/या आत्मोत्साह की कमी थी, जिसे इसरो प्रमुख के. सिवन ने संभवतः चन्द्रयान -2 के सफल लैंडिंग में हुई बाधा के बाद में अनुभव किया और भारत सरकार एवं विश्व जन-जन को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि चन्द्रयान -2 के सन्दर्भ में भारत अपने स्तर से खोज करने या निर्णय लेने में सक्षम है।
चन्द्रयान 2 के सन्दर्भ में दिनांक 07/09/2019 को मैंने मनोविज्ञान के छात्र होने के बावजूद ज्ञान-विज्ञान सम्बन्धी अपने अल्प ज्ञान के बाद भी ज्योतिष-प्रेमी होने के कारण अपने सामान्य ज्योतिषीय अध्ययन एवं अनुभवों के आधार पर इसरो से सम्पर्क टूटने के सम्बन्ध में शनि के प्रभाव से धूल कणों एवं शुक्र के प्रभाव से आर्द्रता के कारण चन्द्रयान 2 के उर्जा क्षेत्र का प्रभावित होना बताया था....

- डॉ० प्रो० ए० के० शैलज