जब नाश मनुज पर छाता है,पहले विवेक मर जाता है - (रश्मिरथी ) जनवादी महाकवि दिनकर. - Atul S.
जब नाश मनुज पर छाता है,पहले विवेक मर जाता है - (रश्मिरथी ) जनवादी महाकवि दिनकर.
- Atul S.