17 DEC 2018 AT 17:05

दु:ख सहना माँ-बाप की खातिर,
फर्ज है ऐहसान नही।
कर्ज है इनका सर पर तेरे,
भीक्षा या कोई दान नही॥
मात पिता के चरण छुए,
चार धाम तीर्थ फल पावे॥
जो आशिष वो दिल से देवे,
भगवान से भी टाली ना जावे !!

- 👉 @ashish_x5👈