-
जब देखता हूँ दिल की नजरों से जहाँ को
शब्द मुख से खुद नि... read more
देखा जो डूब कर आपकी निगाहों में
मैं मिला न मुझको मेरी ही पनाहों में
यूँ तो लाखों चेहरे हैं इस जहां में,,
आप जैसा कोई न मिला इन फिजाओं में
करने को तो हर पल सजदा करूँ तुम्हारा,,
पर देखूं किस तरफ इन चारों दिशाओं में,,
एक अजब सा नशा है,, तुम्हारी इन मदमस्त निगाहों में,,
Full in captions
Please like krne se pahle pura padhne ki kripa kre-
तेरे इश्क़ के सफर में,,
नींद ऐसे खो गयी।
हम न सोये तेरी यादों में,,,
और रात थक के सो गई।।-
बड़ा ही अजब था !!!!
अर्श से फर्श तक का सफर,,,
कब उड़े,, कब गिरे!!!
कुछ पता ही न चला यारों,,,-
कभी दूरियां भी मुकम्मल रखो,,
नजदीकियां अक्सर कीमत घटा देती हैं।
कभी ख्वाहिशें भी नजरन्दाज करो,,
ख्वाहिशें अक्सर अस्तित्व मिटा देती हैं।।-
हर कोई खेल गया,,,
मेरी भावनाओं के साथ,,
कभी तो समझेगा वो मुझको,!!!
मैं हर बार रह गया,,,
इन्हीं सम्भावनाओं के साथ।-
बस रातों की नींद नहीं,,
तेरे दिन का सबनें चैन था लूटा।
मोती का धागा नहीं,,
इसबार धागे का मोती था टूटा।-
वो बदल गए,,
इसमें उनकी गलती क्या,,,
शायद कुछ गलतियां हमसे हुईं,,,
इसिलये
हमें नजरअंदाज होना ही था।।-
कभी मिल तुझे बताएं हम,
तुझे इस तरह सताएं हम।
तेरा इश्क तुझसे छीन कर,
तुझे मय पिला कर रुलाएं हम।।
तुझे दर्द दूँ, तू न सह सके,
तुझे जुबां दूँ, तू न कह सके।
तुझे दूँ मकान, तू न रह सके
तुझे मुश्किलों में घेर के,
कोई ऐसा रास्ता निकाल दूँ।
तेरे दर्द की मै दवा करूँ,
किसी गरज के मैं सिवा करूँ।।-