"They strive for every cure
without pause or rest,
that's what makes them doctors.
Grateful for your tireless service.
Happy Doctors' Day!"-
i m not one in a million kind of girl..i m once in a lifetime kind of woman.
"हमने रिश्ता ज़रूरत समझ कर नहीं,
निभाने के लिए जिया था।”
"जो लोग छोड़ जाते हैं, उनके लिए सफाई नहीं -
खामोशी काफ़ी होती है।
हम किसी के मोहताज नहीं,
जो दिल से गया, वो यादों में भी मेहमान नहीं।”-
भरम में जीते हैं कुछ लोग, शतरंज की चालें चलते हैं,
पर हल्के में न लेना उसे, जो हर नक़ाब पढ़ लेते हैं।
हर दांव उलट सकता है, हर साज़िश को जानता है,
सामने जो बैठा है, वो रब का बंदा है।
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दो नावों पर सवार होने का अंजाम सिर्फ डूबना ही होता है। जो यह सोचता है कि बिना बुरा बने दोनों तरफ से फायदा लिया जा सकता है, वह यह भूल जाता है कि अच्छाई और बुराई का मेल हमेशा नकारात्मक ही होता है—जैसे गणित में प्लस और माइनस का जोड़ हमेशा माइनस देता है। जीवन भी इसी नियम पर चलता है!"
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"When I started to listen,
the echoes of my soul's soft voice,
all else now have become mere noise.
a symphony profound,
a harmony around"-
बिखरे हुए ख्वाब
मेरे समेटने चली हूँ,
पलकों पर इन्हें बिछा कर,
नींद के आगोश में,
इन ख्वाबों पर पंख लगा कर ,
फिर से उड़ चलूंगी मैं ।
। अर्चना दीप सिंह ।-
जब डॉक्टर ने मेरे मन के दर्द को
अपनी भाषा में कुछ ऐसे तब्दील कर दिया ,
अन्दर के गमों को internal oozing बता दिया,
मेरी कविताओं को भी कुछ अलग ही बता दिया,
बाहर क्या निकली cough reflex ही बता दिया,
यही नहीं टूटे दिल को broken ribs समझा,
दिल तोड़ने वाली बातों को
Blunt force trauma समझा दिया ।
अब मैं जाऊँ कहाँ तो इसलिए मैं अपने दर्द
और कविताओं को यहाँ बाँटने आ गया ।
। अर्चना दीप सिंह ।-
I and Dil
I and Dil went up the hill
To fetch a Pail of success
I fell down and broke my dream
And Dil came tumbling after-
आज वही तो कल है, जिसे तुमने कल ही
तो कल कहा था और आज
फिर तुम्हें उसे कल कह कर टाल रहे हो।
सच कर लो सब आज ,
क्यों तुम सपनो को सिर्फ यूं ही पाल रहे हो ।
। अर्चना दीप सिंह ।-