मैं आज उससे बिछड़ा हूँ,, जिस से मैंने कभी बिछड़ना नहीं चाहा था,, मैंने आज उससे राब्ता तोड़ा,, जिस से हर पल राब्ते में रहना चाहा था,, मोहब्बत मुझे आज भी उसी से है,, उसने भी मुझे बहुत जी भर के चाहा था,, बात एक नुक्ते पर आके ठहर गई,, उसकी किस्मत में किसी और का साया था!!!