शब्दों के साथ एक साक्षात्कार,
तपती धरती पे जैसे बूँदों की बौछार,
पतझड़ के बाद बसंत की बहार,
नीले आसमां पे चाँद-तारों की बारात,
सूखे रेगिस्तान में ठन्डे पानी का साथ,
घने मेघों को धरा चूमने का इंतज़ार|
शब्दों के साथ एक साक्षात्कार,
पुराने साथी से मिलना ज़माने के बाद,
पुरानी गलियों में घूमना गीली यादों के साथ,
दरवाज़ों के भीतर से चहकने की आवाज़ ,
धुँधली छाया से रूबरू होने की आस |
शब्दों के साथ एक साक्षात्कार |
कलकल धारा के मध्य पर्वत का प्यार,
ऊष्मता पर हुए शीतलता की बरसात,
महुए पर कोमलता से साथी का हाथ,
झरने के किनारे दो हंसों का संसार |
बेचैन भँवरों को फूलों के खिलने का इंतज़ार,
सूखे पत्ते को जी लेने का आभास,
अठखेलियाँ करतीं मछलियाँ,
सुकून का एहसास |
शब्दों के साथ एक साक्षात्कार |
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