Day 1 #परिंदे
मैं रोज़ की तरह उस ठंडी सुबह लाइब्रेरी के लिए निकला, जो तक़रीबन बस से 10 मिनट की दूरी पर है। मैं बेपरवाह रोज़ की तरह उस सीट पर जा बैठा ,
पर आज उसी बस स्टैंड से एक सुन्दर लड़की बस में चढ़ी । चहरे पे चाँद की चमक और आँखों में नूर ...एकदम हूर ।
लेकिन , मेरा एक नियम की चलते हुस्न पर निग़ाह भी नही डालते ......
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- Ansh