यदि मन मे शिव है तो भावनाएं भी दिव्य है, फिर जिसे कोई हरा नहीं सका, मन बनता ऐसा चक्रव्यूह है - Ankahi Shayari
यदि मन मे शिव है तो भावनाएं भी दिव्य है, फिर जिसे कोई हरा नहीं सका, मन बनता ऐसा चक्रव्यूह है
- Ankahi Shayari