यूँ तो यह स्वयं अपने भीतरसंपूर्ण मानव जीवन का सृजन करने वाली,परंतु प्रारब्ध में अपने ही अस्तित्व के लिए संघर्ष की गाथा लिखा ली। - ©अंजुमन
यूँ तो यह स्वयं अपने भीतरसंपूर्ण मानव जीवन का सृजन करने वाली,परंतु प्रारब्ध में अपने ही अस्तित्व के लिए संघर्ष की गाथा लिखा ली।
- ©अंजुमन