21 NOV 2017 AT 17:27

यूँ तो यह स्वयं अपने भीतर
संपूर्ण मानव जीवन का सृजन करने वाली,

परंतु प्रारब्ध में अपने ही
अस्तित्व के लिए संघर्ष की गाथा लिखा ली।

- ©अंजुमन