मुकद्दस हो गई है खूबसूरत शाम ये साकी|के नज़रों के पैमाने से तूने मुझको पिला दी है|| - ©अंजुमन
मुकद्दस हो गई है खूबसूरत शाम ये साकी|के नज़रों के पैमाने से तूने मुझको पिला दी है||
- ©अंजुमन