Late night conversations ..
Watching movies together ..
12 A.M birthday celebrations ..
Stupid chit - chats continues till morning .
Maggie for mid night cravings ..
Night time dance in lights off ..
Laughing louder for no reasons ..
Shouting and screaming like a ghost ... Planning for next week ends .. Gossiping..etc .
Endless list goes on .........
Missing my old hostel days & This group of seniors ( Akanksha di, Amrita Di, Sweta di, Anjali di, Mona di) & Arti... love you and miss you all😘😘❤️
-ANJALI SINGH-
भला तकलीफे किसे पसंद होती है
ये मुश्किलें , ये संघर्ष , ये गिरना , टूटना , बिखरना कहा कोई मांग के लाता है
और सच कहे तो सिर्फ सहने वाले को अपने हिस्से के दर्दों का पता होता हैं।
पर ज़िंदगी कभी इस शर्त पर कहा मिली थी की वो हमेशा सीधी ही चलेगी और देखते ही देखते हम कितना सह गए शायद अपनी क्षमता से भी ज्यादा ।
बस हम इन सब में खुद को और अपनी वो हसी, वो नादानियां , वो बेफिक्री पीछे छोड़ आए।
तो अब सोच रही हूं क्यों ना मुस्कुराते हुए ही चलते है इस उम्मीद के साथ कि एक दिन शायद ज़ख्म भी थक कर यूंही मुस्कुरा के रास्ता छोड़ जाए ।
-@njali-
पता ना था मेरे एक फैसले पर इतना बवाल होगा ,
लोगों का मुझपे ही हज़ार सवाल होगा ।
अब तो मेरा ही मन मुझसे ये सवाल करता हैं ,
क्यूँ अपने ही घर तू रोज़ बवाल करता हैं ।
बड़ी जल्दी निकल जाते है आंसू आँखो से अब ,
हम हसते बहुत थे पर जिंदगी ने रोना सिखा दिया अब ।
हम बोलते भी बहुत थे पर जिंदगी ने आज चुप रहना सिखा दिया ,
अब तो कुबूल हैं जिंदगी का हर तोहफा
क्योकि मैंने ख्वाहिशों का नाम बताना छोड़ दिया ।
किस तरह समझाऊ मै अपनी बात
अब तो सुकून से एक पल नहीं कटते मेरे दिन और रात ।
-@njali-
8 साल पहले❤️
याद हैं मुझे आज भी वो तारीख ,
जब हमारी दोस्ती हुई हमारी जान पहचान हुई तब से ,
हमारी दोस्ती हमारी शान हैं ,
क्योकि इस रिश्ते मे बसती हम दोनों कि जान हैं ।
तुम कितना भी गुस्सा करो मुझे गवारा नहीं ,
क्या करूँ तुम्हारे अलावा कुछ मुझे प्यारा नहीं ।
तुम पर मैं पूरा हक़ जता सकती हूँ ,
और तुम कितना भी गुस्सा करो मेरी जान मे तुम्हें मना सकती हूँ ।
और हा नहीं आता मुझे तुमसे गुस्सा होना ,
क्योकि बहुत माइने रखता हैं मेरी जिंदगी मे तुम्हारा होना ।
कैसे करूँ खुदा का शुक्रिया किया जो मुझपे ये ऐहसान है ,
सच मे रिज्जु तू मेरे लिए मेरी दोस्त ही नहीं मेरी जान हैं ।
ANJALI SINGH-
अब क्या कहु और क्या सुनूँ कुछ समझ ही नही आ रहा,
बेचैन सी हो गई है ज़िंदगी मेरी अब कि चैन से सोया भी नहीं जा रहा ,
बहुत बेबस हूँ कि कुछ कर भी नही पाती हूँ
ना जाने कहा से कभी खुशी तो कभी इतना ग़म ढूंढ़ लाती हूँ,
ऐ ज़िन्दगी कभी तो मुझे भी सुकून के दो पल दे दिया कर
मैं तुझसे और क्या चाहती हूँ।
-ANJALI SINGH-
हमारा रिश्ता भी टाँम और जैरी जैसा है,
हमारी लड़ाई कभी लड़ाई जैसा लगता ही नहीं।
मेरे उदास होने पर मेरे मुस्कुराहट कि वजह भी तुम्हीं बनती हो,
दिखाती नहीं पर मुझसे ज्यादा मेरी परवाह करती हो।
ख़ुशी हो या तकलीफ हो मगर मुझे कभी अकेला नहीं पड़ने देती,
एक दूसरे को हम इस हद तक जानते है,
कि अगर रूठ जाए कभी तो उसे मनाना आता हैं मुझे,
गुस्सा तो हमेशा उसके नाक पे ही रहता हैं,
जिसका मज़ाक बनाना आता हैं मुझे।
-ANJALI SINGH-