यादें एक मिठाई की डब्बे की तरह ही,
एक बार खोल दो तो ... बंध करने की मन नहीं करता।-
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Till then => I'm working on self-care.
गुलशन हो ये बगीचा सारा।
सारे हद से को करके पार,
ऐसे ही गुजरे जिंदगी हमारा।-
কেন জানি না প্রত্যেক বছর শীতের শুরু থেকে শেষ পর্যন্ত বিকেলে অদ্ভুত ধরনের এক কষ্ট হয়। বড্ড একাকী মনে হয় নিজেকে, কি যেন চলে যাচ্ছে অথবা কি যেন নেই এমনটা মনে হতে থাকে। ভাতঘুম বলে একটা ঘুম যে দুপুরে দিবো তাও দিতে ইচ্ছে করেনা। কেমন যেন বিষাদময় অথচ সুন্দর বিকেলগুলো। যে বিকেলের জন্য অপেক্ষা করতেও ভালো লাগে আবার যখন আসে তখন মনে হয় কখন শেষ হবে? পরিষ্কার আকাশ, বাতাসে শীত শীত ভাব... কেমন যেনো এক বিষণ্ণতা জড়ানো ভালোলাগা।
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ये बादल भी खुशियों के बारिश ले आते है,
जब ये मोहब्बत हमे आपके करीब ले आते है।
आब तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे,
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे।
बस में तुझे यूंही दिखती राहू,
ओर मेरी उमर तुम्हें लगते रहे।
"मोहब्बत बरसा देना तू, सावन आया है।
तेरे और मेरे मिलने का, मौसम आया है।"
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The moon is the magic for
the soul and the flower is
the happiness for the heart .-