पहले 'हमसफर' की तलाश थी..
जो हमसफर मिला, और अब
मैं 'हम' की खोज में सफर पे हुं..
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Status:singleship
Engineer, tech lover,
Wish me on 29 Oct..
Bra... read more
पिता की परछाई से निकलने की ज़िद..
और
पिता की जरूरी सीख की कमी..
बस इनसे ही सीखा है, जिम्मेदारियां निभाना ।-
सबकी परेशानियां हंस के सुन लेता हूं,
बस अपनी बारी में ही चुप हो जाता हूं।-
हालतों ने छीन ली है मेरी मुस्कान वरना,
जहां बैठते थे उस महफिल की रौनक ही अलग होती थी..-
रात को देर से आते,
सुबह जल्दी जाते देखा है
मां के आंचल को स्वर्ग का दर्जा देकर,
पापा के कंधे से जन्नत भूल जाते देखा है
मां की फिक्र में स्नेह याद रखकर,
पापा की फटकार में उनका प्यार भूलते देखा है
देखे होंगे दुनिया ने भगवान के कई अवतार,
पर मैंने पापा के अवतार में ईश्वर को देखा है-
अनकहे अल्फाजों के पीछे,
ना जाने छुपी कितनी कहानियां रह जाती है,
वो शख्स चला जाता है छोड़कर पीछे,
बस यादें और निशानियां रह जाती है।-
जहां अपनों को ही अपनों से दूरी बनानी है,
ज़िंदगी बस एक छोटी सी कहानी है
चाहत है सभी को दूसरों से अच्छा दिखने की,
पर दिल में उन सबके बेईमानी है
ज़िंदगी बस एक छोटी सी कहानी है..-
ना कोई बंदूक ना कोई साथ
अपनी वो तेज़ तलवार लाई थी
मेरा कत्ल करने के लिए
पहनकर वो सूट सलवार आई थी..-
दिल के परिंदे का अंजाम लिखा है
अरे सुनो जरा..
मैने अपनी कविता में तुम्हें आसमान लिखा है-