अक्सर लोग शहर की चकाचौंध में अंधे हुआ करते हैं।अपनी मिट्टी की खुशबू भूल उसके गुलाम हुआ करते हैं।।अरे बच के रहना ए दोस्त यह शहर नहीं जंगल है।अक्सर वहाँ पैसे इंसानियत को खरीद लिया करते हैं।। - Amit
अक्सर लोग शहर की चकाचौंध में अंधे हुआ करते हैं।अपनी मिट्टी की खुशबू भूल उसके गुलाम हुआ करते हैं।।अरे बच के रहना ए दोस्त यह शहर नहीं जंगल है।अक्सर वहाँ पैसे इंसानियत को खरीद लिया करते हैं।।
- Amit