और भी गम है जमाने मे मोहब्बत के सिवा,
राहतें और भी है हुस्न की राहतों के सिवा,
अरे इस दुनिया मे रखा क्या है ?
सुकून और भी कई है, उन दो आँखों के सिवा।-
10 APR 2019 AT 9:59
और भी गम है जमाने मे मोहब्बत के सिवा,
राहतें और भी है हुस्न की राहतों के सिवा,
अरे इस दुनिया मे रखा क्या है ?
सुकून और भी कई है, उन दो आँखों के सिवा।-