देखन में छोटन लागे घाव करे गंभीर । नापन को मैं नाप लू मैं पनपी हुई तेरी चेतना अधीर।। - Kumar Amarjeet✪
देखन में छोटन लागे घाव करे गंभीर । नापन को मैं नाप लू मैं पनपी हुई तेरी चेतना अधीर।।
- Kumar Amarjeet✪