1 FEB 2019 AT 14:53

प्रकृति का दोहन करते-करते
कब मनुष्य प्रकृति का शोषण
करने लगा पता ही नहीं चला
कब विकास करते-करते
विनाश का आगमन हुआ
ये कोई समझ ना सका

- Akanksha