3 JUN 2019 AT 12:43

माना कि सबको मुक्कमल जहां नहीं मिलता
अपने सपनों का आशियां नहीं मिलता
अगर ये सोचकर कदम न बढ़ाएं जाए
तो किसी माली के बगीचे में कोई फूल न खिलता
जीवन के हर रास्ते पर पत्थर है
तो क्या ठोकर के डर से कोई
रास्तों पर नहीं चलता
गिरकर संभलना संभलकर गिरना
ये तो जिंदगी के नियम है
अगर पाना हो अपना लक्ष्य
तो एक बात याद रखना
आए परिस्थितियां कैसी भी
अपना लक्ष्य और धैर्य न खोना

- Bawara parida