बस एक चीज़ चाहिए तुमसे
मेरे माथे में एक चुम्बन
नही चाहिए कोई तोहफा
नही कोई पल भर वाला वादा
बस एक एहसास चाहिए
जो मुझे बताएगा
तुम मेरे हो
एक विश्वास चाहिए
बस तुमसे की तुम मेरे हो
हक़ीक़त का पता नही , ख़्वाबों में तो रोज मिलते है तुमसे
मिलोगी तुम कब ये पता नही , मांगते तो रब से रोज है तुम्हे ।
मैं हर शाम तुझमे देखता कल हमारा
की बैठे हो शाम में लिए चाय के कप
बाते हो ऐसे की जिसका न हो कोई अंत
की जब चुप हो हमारी बाते तो बोल पड़े हमारी आँखे
सन्देशा भेजू मैं तुझको हवाओ संग
तेरे गालो की लाली में भरू अपना प्यार का रंग
देख तुझे जब भी मैं हु दीवाना
सोच के हु शांत की हर शाम अब तेरे संग ही है तो बिताना ।
पर तेरे ओर से जब नही आती कोई ऊर्जा
तो थोड़ा मन हो जाता मेरा खट्टा
पर इन सब मे भी जब याद करता तेरा मुस्कुराता चेहरा
तो भूल जाता सब बातें और बस दुआ करता कि बसा रहे तुझमे ये मुस्कान हमेशा ।।
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