मिजाज में थोड़ी सख्ती लाजमी है वैसे
जैसे समंदर का नमक साथी है
इतना आसान होता तखय्युल हमारे लाजमी की करना
तो हमारे हर्ष भी समझा करते आप।-
लफ्ज़ों का क्या कसूर था
गुनहगार तो ये आंखें है
कसूर तेरे दिल का ना था
गुनहगार तो मेरी मोहब्बत है।-
जैसे डोर के बिना पतंग का कोई वजूद नहीं,
स्वर के बिना गायक खा कोई वजूद नहीं,
जैसे स्यास्याही के बिना कलम का कोई अस्तित्व नहीं,
उसी तरह मेरी रूह का तेरे इश्क के बिना कोई वजूद नहीं,
तेरे इश्क के बिना मेरी कविताओं में जान नहीं,
और तेरे बिना मेरा कोई अस्तित्व नहीं।-
वो हंसते हंसते कुर्बाना हों जाते,
हम मोमबत्तीया ही जलाते रह जाते,
पूरी रात जागकर वे देश के आशिक कहलाते हैं
देश से इश्क कर,
अपने बच्चों से अगले जन्म मोहब्बत देने का वादा कर जाते हैं।-
Beautify your eyes to see the beauty of World
Beautify your eyes to see the beauty of simplicity
Beautify your eyes to see the beauty of everyone on this planet!-
मोहब्बत ने हर मोड़ पर तन्हा छोड़ दिया
रिश्तो ने हर कदम पर धोखा दिया
जिंदगी से फिर भी शिकायत नहीं
क्योंकि किस्मत से आगे किसी को कुछ मिला नहीं।-
तू मेरी जुबां पर तो है पर लफ्ज़ों में नहीं
तू मेरे दिल में तो है पर आंखों में नहीं
क्या फायदा ऐसे लफ्ज़ों और आंखों का जिनसे मोहब्बत मेरी तू समझा नहीं।-