ना पसंद मैं अपने यार को, ना पसंद मैं अपने सगे भाई को, ना पसंद मैं प्यार को , ना पसंद मैं रिश्तेदारों को, ना अपने मां बाप को, ना किसी और को , बस सबके लिए मैं दूसरा हूं , ना किसी की पहली चाहत है मैं , ना किसी का गुमान मैं , ना किसी का अभिमान मैं, रोऊं मैं अकेले अकेले वही अच्छा है, मर जाऊ कहा ही किसी को फर्क पड़ता है, बहुत हो लिए सबके लिए मौजूद, अब बस अपने लिए मौजूद रहना है।
अब तक सब कह रहे थे की राम आंएगे, अब राम आ गए है तो क्या होगा, राम आए है तो शिव भी साथ आए है, राम आए है तो हनुमान की आंखे भर आई है, राम आए है तो संग सीता और लक्ष्मण आए है, राम आए है... राम आए है तो मैने झोपड़ी सजाई है, राम आए है तो मर्यादा मैने पाई है, राम आए है तो दीप जलाए है, राम आए है... राम आए है .....
ना मैं बनना चाहु फूल सा ,ना ही कांटे जैसा, मैं तो बनना चाहु शाख के पत्ते सा, जिससे ना किसी को एतराज हो ,ना ही हो एतबार, बस मैं रहना चाहु शाख(कृष्ण) पर ,सदा होकर तेरा।
कोई पूछे की प्यार क्या है तो कहना वही, जो कृष्ण को राधा से है, शिव को पार्वती से, राम को जनकनंदनी से, भक्त को भगवान से, नदी को समुंदर से और मुझे तुमसे।
शब्द सबके पास होते है, पर कुछ को नवाजता है, उपर वाला कला से की वो पीरो सके शब्दों को , एक कविता या कहानी की माला, कभी दुख होगा,कभी सुख होगा, कभी प्यार होगा ,कभी गुस्सा होगा, पर मतलब कुछ उन शब्दों का हमेशा होगा, कभी मन हलका होगा, तो कभी संतुष्टि मिलेगी, कभी अपनी बात ,कभी दूसरों के दिल की बात होगी, कभी राधे का, तो कभी शंभू की जय जय कार होगी, कभी दिल खोलकर बोलेंगे,तो कभी चुप होकर बोलेंगे, पढ़ने वाले को आनंद की अनुभूति होगी और लिखने वाले को सुख की प्राप्ति।
रिश्ते अब खतम तो खतम सही, उन्हें बचाने की होड़ अब हमें भी नही, रिश्ता बचाने जाओ किसी और का , खुदका खराब हो जाता है बेवजह बिन किसी बात के, हमसे लहजा उनका बिगड़ जाता है, घाव दिए है तुमने उनके निशान रह जाते है , ये कहकर हमें शर्मिंदा करा जाता है, अब चिंता नहीं किसी भी रिश्ते की मुझे, ढूंढ लूंगा मैं सुकून खुद मैं।
लड़के कितने मासूम होते है, कोई जरा सा हस दे हम से हम मुस्कुराने लगते है , कोई जरा सा डांट दे हमें हम रुआंसू हो जाते है , कोई हमसे जरा बात करले हम दिल खोल कर बातें मान जाते है, यारों को जान है तू मेरी कहकर गले लगाते है, लड़के कितने मासूम होते है, एक बच्चा है हमारे अंदर जो प्यार को तरसता है, रात रात भर वो रोता है, हमसे अपेक्षा की जाती है की हम हर किसी को समझे, और अपने एहसास को अंदर ही रख ले, शायद इसी वजह से हमें दिल के दौरे भी जादा आते है, हमे कोई समझ ले तो वो हमारे लिए सब कुछ होता है, चाय पर चर्चा कर हम देश मे बदलाव ले आते है, लड़के कितने मासूम होते है।
लड़ाई वही होती है जहां प्यार होता है वरना गैरो से तो कोई बात भी नही करता। रिश्ता आप दोनो का है आप दोनो को चालान पड़ेगा कभी नखरे उठाने पड़ेंगे तो कभी गुस्सा झेलना पड़ेगा, कभी मनाना भी पड़ेगा । प्यार है उसे निभाइए, महसूस कीजिए लड़ाई तो हमेशा चलती रहेंगी अगर वो व्यक्ति आपकी जिंदगी मे रहा तो।
गर लगे तुम्हे की मेरा प्यार तुम्हारे लिए कम हो रहा है , तो पूछना इन हवाओं से की कितना प्यार है मुझे तुमसे, जवाब देगी ये तुम्हे मेरी आवाज मे, गर लगे तुम्हे मैने तुम्हे मनाना छोड़ दिया है, तो पूछना आसमां से की मैं मन्नतों मैं तुम्हें मांगता हूं की नही, गर गुस्से मे कभी मैं कुछ बोल दूं, तो पूछना अपने दिल से की मेरा प्यार बड़ा है या गुस्सा, दिल भी बोलेगा की प्यार है उसका सबसे बड़ा।