Sunita Gautam   (Sona)
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Joined 23 April 2024


Joined 23 April 2024
25 APR AT 7:44

अप्रैल 25, गुरुवार
जलाल 18, इस्तिजलाल
"मानव—मन इतना अंधा हो गया है कि न तो नगर का ध्वस्त होना, न ही पहाड़ों का धूल में मिल जाना और न ही पृथ्वी का फटना उसे सचेत कर रहा है। धार्मिक ग्रंथो में दिये गये प्रमाण स्पष्ट हैं और उनमें लिखे गये चिन्ह उजागर कर दिये गये हैं।"
------------- बहाउल्लाह

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25 APR AT 7:42

अप्रैल 25, गुरुवार
जलाल 18, इस्तिजलाल
"मानव—मन इतना अंधा हो गया है कि न तो नगर का ध्वस्त होना, न ही पहाड़ों का धूल में मिल जाना और न ही पृथ्वी का फटना उसे सचेत कर रहा है। धार्मिक ग्रंथो में दिये गये प्रमाण स्पष्ट हैं और उनमें लिखे गये चिन्ह उजागर कर दिये गये हैं।"
------------- बहाउल्लाह

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24 APR AT 17:59

अप्रैल 24, बुधवार
जलाल 17, इदाल
"धर्म की धूल ने मानव-मन पर गहरी परत जमा रखी है और उनकी आंखों पर परदा डाल दिया है। काश, वे देख पाते कि उनके ही हाथों ने ईश्वर के युग में कैसे खिलवाड़ किये हैं। इस प्रकार तुम्हें चेतावनी देता है वह, जो सभी बातों का ज्ञान रखता है।"
------------- बहाउल्लाह

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23 APR AT 21:36

गँवाने के लिये समय नहीं है। अनिश्चय की स्थिति में रहने का कोई कारण नहीं है। जीवन देने वाली शक्तिरूपी रोटी के असंख्य लोग भूखे हैं। समय आ गया है। सुनिश्चित और अटल महान वचन दे दिया गया है। ईश्वर की अपनी योजना गतिमान हो चुकी है। हर बीतते हुये दिन के साथ यह गति पकड़ रही है। इसके कारगर होने में रहस्मय ढंग से पृथ्वी और आकाश की शक्तियों सहायक बन रही है। ऐसा अवसर फिर नहीं आयेगा। आशंका से पीड़ित लोगों को खुद उठ खड़े होने दो और ऐसे कथनों की सत्यता को परखने दो। प्रयास करना, प्रयास को जारी रखना अंतिम और सम्पूर्ण विजय को सुनिश्चित करता है।"

शोगी एफेंदी

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23 APR AT 11:50

Tumhari yaad me
Ham rah me beathe hai
Ek baar dekho mujhe
Ham pyaar me beathe hai

Sunita Gautam

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