केसे रोकू इन बेहते हुए आसुओं को तेरी यादों का सेलाब इन्हे थमने नहीं देता - Aahil khan YãÃrã
केसे रोकू इन बेहते हुए आसुओं को तेरी यादों का सेलाब इन्हे थमने नहीं देता
- Aahil khan YãÃrã