जिसे पाया ही नहींचाहकर भी जो किस्मत में नहींजो हमारे पास है ही नहींउसे खोने का डर कैसा ? -
जिसे पाया ही नहींचाहकर भी जो किस्मत में नहींजो हमारे पास है ही नहींउसे खोने का डर कैसा ?
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