Anuup Kamal Agrawal 30 APR 2019 AT 6:46 ज़िंदगी की सच्चाइयाँसिखाती हैं झूठ बोलना - Ananya Siddharaj 11 APR 2019 AT 10:06 ज़िंदगी - Anu Chhangani 25 NOV 2018 AT 8:02 रजाई की रूत गरीबी के आँगन दस्तक देती है,जेब गर्म रखने वाले ठंड से नही मरते ।। - Kritika Kiran 13 OCT 2019 AT 20:15 ख़ैर.. अब जो तुमने, तुम्हारे सच ने,मुझसे, मेरा "मैं" छीन ही लिया हैतो अब तुम्हें, और इस तमाम दुनिया को "तुम" मुबारक हो! - Sudhanshu Shekhar 9 DEC 2018 AT 1:07 सच शर्मिन्दा हुआझूठ को शर्म नहीं आती - Mayank Tiwari 1 APR 2017 AT 23:12 ज़िन्दगी जब हमें चुनती हैकभी उधेड़ देती हैकभी बुनती है। - Roli Abhilasha 11 SEP 2019 AT 21:24 जिस्म की लज्जतें, इश्क़ की सलाहियतेंपढ़ ही लेती है सारी वो तुम्हारी तर्बियतेंहुस्न तारी नहीं करती इश्क़ मुकम्मल मेंउसकी देह से भी लिपटी हैं सारी आयतें - Alok Pandey 6 MAY 2020 AT 9:55 सच है जो 'बेखबर' बारातियों में हैवो 'भीड़' में कहाँ उन्मादियों में है - Saket Garg 28 NOV 2018 AT 17:31 साजन-साजन है तिलिस्म, साजन-साजन है सचसाजन कभी कहीं है ही नहीं, साजन ही है एक बस- साकेत गर्ग 'सागा' - Thakur Monika Pundir 31 MAR 2020 AT 13:57 "पर्दे"आँखों पे पर्दे चेहरों पे पर्देगलत कर्म की रुह ढकेबदन पे सुंदर लिबासी पर्देघर की खिड़की थी थोड़ा सा सचउस पर भी टंगे खूबसूरत गुलाबी पर्देजन्नत पाकीज़ा नर्क में मिलेंगे दुनिया के जिस्मानी पर्दे -