Arun jakhar 19 MAY 2019 AT 14:52 हंसना रोना सब छूट गया जब से ये दिल टूट गया।कुछ ना बचा अब कहने कोसिवाय चुप रह के ये दर्द सहने को। - Prakhar Prakash 18 MAR 2020 AT 12:51 हम उनसे कुछ लफ्ज़ सुनने के लिए अपने दिल के सारे अल्फ़ाज़ ज़ाहिर कर दिए पर उन्होंने तो कुछ ऐसे लफ्ज़ कहे कि हमारे अल्फ़ाज़ ही बंद हो गए। - Radhika Chaturvedi 30 MAY 2019 AT 19:12 पहली मौहब्बत भुलाये नहीं भूलती,इसकी जलन ता उम्र मिटाये नहीं मिटती।ये वो आग है जो बुझाये नहीं बुझती,छुपाये नहीं छुपती।। - Lokendra Singh Yadav 26 FEB 2019 AT 18:44 आज फिर जला आया उसे,किसी और का जिक्र करकेशान्त जिंदगी मुझे पसन्द नहीं। - Manish SinghSalam 5 OCT 2018 AT 13:50 चाहता तो मैं भी हूँ सबके लिए लिखना पर मुमकिन ये हो नहीं पाता , पर क्या करूँ रुकते ही नहीं ये मेरे कलम उनके लिएजिनसे प्यार.... मिलता है मुझे बहुत ज्यादा....।। -