फासलों पर, तू क्यूं है बता
दिल चाहे तुझे, इतनी खता।
छुप-छुप कर देखे, बोले नहीं
ओ मोहतरमा, यूं तो ना सता।
पतली कमर, तेरी चाल अजब
झटक के जुल्फें, ढाए गजब।
इन्हीं अदा पर तो लट्टू है जहां
थोड़ा तो रहम, क्या मारेगी सब।
ज़रा पास तू आ, एक बात कहूं
दूरी तुझसे, ना अब और सहूं।
वादा कर ले, ना तू जाएगी कहीं
भले पल ही सही, पर साथ रहूं।
#fiction
A Moment with You
Feels like a Life Lived.
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