एक तमन्ना है फक्त मुझ परमेहरबान रहो,तुम किसी और को देखो तोबुरा लगता है,आरज़ू है तेरे हर रूप को हरपल देखूं,तुम मेरे पास से उठो तो बुरालगता है,रूह मेरी तरसती है तुम्हारीखुशबू को,तुम कहीं और जाकर महकोतो बुरा लगता है।। -
एक तमन्ना है फक्त मुझ परमेहरबान रहो,तुम किसी और को देखो तोबुरा लगता है,आरज़ू है तेरे हर रूप को हरपल देखूं,तुम मेरे पास से उठो तो बुरालगता है,रूह मेरी तरसती है तुम्हारीखुशबू को,तुम कहीं और जाकर महकोतो बुरा लगता है।।
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उन्हें जाने की जल्दी थीसो मैं आंखों ही आंखोंमें,जहां तक छोड़ सकता थावहां तक छोड़ आया।। -
उन्हें जाने की जल्दी थीसो मैं आंखों ही आंखोंमें,जहां तक छोड़ सकता थावहां तक छोड़ आया।।
इश्क को दर्दे सर कहने वालों सुनो, कुछ भी हो हमनेयह दर्दे सर ले लिया,अब निगाहों से बचकर कहां जाएंगे, हमने उनके मोहल्लेमें घर ले लिया।। -
इश्क को दर्दे सर कहने वालों सुनो, कुछ भी हो हमनेयह दर्दे सर ले लिया,अब निगाहों से बचकर कहां जाएंगे, हमने उनके मोहल्लेमें घर ले लिया।।
निःशब्द बांसुरी की मानिंदहो गया है, अब वजूद मेरातुम होंठों से लगा लो तोशायद बज उठूं मैं.. -
निःशब्द बांसुरी की मानिंदहो गया है, अब वजूद मेरातुम होंठों से लगा लो तोशायद बज उठूं मैं..
मर्द कहता है किअकेली लड़की महफूज नहीं होती,मगर ये नहीं बताता किकिसकी वजह से!! -
मर्द कहता है किअकेली लड़की महफूज नहीं होती,मगर ये नहीं बताता किकिसकी वजह से!!
क्योंकि अगर वो अपना होता और उसे मेरी फिकर होती तो वो जाता ही नहीं। -
क्योंकि अगर वो अपना होता और उसे मेरी फिकर होती तो वो जाता ही नहीं।
जो मौत से न डरता था, बच्चों से डर गया. एक रात जब खाली हाथ मजदूर घर आया।। -
जो मौत से न डरता था, बच्चों से डर गया. एक रात जब खाली हाथ मजदूर घर आया।।
मां न होती तो ये समझने में एक उम्र बीत जाती..औरत सिर्फ एक जिस्म ही नहीं,खुदा का घर भी है।। -
मां न होती तो ये समझने में एक उम्र बीत जाती..औरत सिर्फ एक जिस्म ही नहीं,खुदा का घर भी है।।
वो वेईमान नेता सी है जो हर दिल से खेलती है,मैं भोली जनता सा हूंजो हर बार उसी को चुनता हूं। -
वो वेईमान नेता सी है जो हर दिल से खेलती है,मैं भोली जनता सा हूंजो हर बार उसी को चुनता हूं।
बनारस का घाट हो तुमतुम्हें छूने के लिए मुझे गंगा होना होगा। -
बनारस का घाट हो तुमतुम्हें छूने के लिए मुझे गंगा होना होगा।