Vivek Tiwari  
1.1k Followers · 4.0k Following

ख़्वाहिसों की दुकान पर खुशियां बेचता हूँ.
Joined 24 March 2020


ख़्वाहिसों की दुकान पर खुशियां बेचता हूँ.
Joined 24 March 2020
7 FEB 2023 AT 17:28

एक दिन वो मेरे पास से कुछ यूं गुजारी थी।
मुझे बस उसके कानों की बाली दिखी थी।।
मैं उसकी तलाश में लगा रहा,
उस दिन तुम्हारी गली से गुजर रहा था।
तो, तुम्हारे कानों में भी वही बाली दिखी थी।।

-


25 JAN 2023 AT 15:53

यूं न तुम मुझको तड़पाया करो।
एक नज़र तो दिख जाया करो।।
मैं तुमको पसंद नहीं जानता हूं।
करीब न सही,
बस दूर से ही गुजर जाया करो।।

-


16 JAN 2023 AT 16:45

ये जिंदगी कुछ यूं चल रही है।
एक तरफ़ रफू कर रहा हूं तो,
दूसरी तरफ फट रही है।।

-


12 JAN 2023 AT 12:23

उसकी आंखों को अपना आइना समझता हूं।
अपने घर में अब आइना कहां रखता हूं।।
जब भी जानना होता है हाल मुझे खुद का।
बुलाकर उसको, उसकी आंखों में देखता हूं।।

-


12 JAN 2023 AT 12:01

क्या हुआ, क्यों बैठे हो गुमनाम से।
जिसको जाना था वो, गया अपने काम से।।

-


10 JAN 2023 AT 18:10

तुम्हारा सब कुछ तो मान लेता हूं।
दरिया को समंदर कहो तो मान लेता हूं।
तुम कहते हो तुम्हारे दरिया में शोर बहुत हैं।
ये सुन मैं मेरा समंदर शांत कर लेता हूं।।

-


7 JAN 2023 AT 14:48

सुकून ढूंढने का सिलसिला कुछ यूं चल रहा है।
मानो ये सुकून मेरे सामने ही चल रहा है।।
अगर थोड़ा रुक जाता सुकून तो पहुंच जाता मैं।
इस तरह मेरी जिंदगी का सफर निकल रहा है।।

-


3 JAN 2023 AT 17:20

मंज़िल थोड़ी धुंधली दिख रही है।
सुना है कुछ साफ करो तो,
धूल उड़ते बहुत हैं।।

-


2 JAN 2023 AT 10:51

It's Just a new year,
we have to make it happy.

-


24 DEC 2022 AT 15:58

लोग झूठ कहते हैं कि
चांद आसमान में रहता है।
कभी आओ हमारे छत पर,
चांद मेरे छत पर घूमता है।।

-


Fetching Vivek Tiwari Quotes