Vîjãý Säìñí   (Vijay writes)
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Joined 1 January 2021


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22 MAR 2023 AT 16:15

सनातनी हैं हम...
अर्थात् "सदा बना रहने वाला"।
हमारा ना तो आदि है और ना ही अंत।
राजा हरिश्चन्द्र से सत्यवादी
और महावीर कर्ण से दानी हैं,
श्री राम चरण रज में जन्मे..
वेदों के हम एकमात्र ज्ञानी हैं।
मुरलीधर रास रचाने वाले,
सुदर्शन धारी सिर काट गिराने वाले,
दुनिया को योग सिखाने वाले,
जग में भगवा फहराने वाले।
आर्यभट्ट, शुश्रुत, ऋषि कणाद के शिष्य हैं,
विज्ञान का प्रथम पृष्ठ हैं हम।
वीर शिवाजी, महाराणा के वंशज हम..
धर्म के रक्षक और सत्य के अटूट धागे हैं,
हिन्दू हैं हम,
हमारा हिन्दुत्व...
दुनिया से 57 वर्ष आगे हैं।

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7 MAR 2023 AT 22:06

भर पिचकारी आयो सखा संग,
हाथों में रंग-गुलाल,
गोपियों कहां छिपोगी?
आज ब्रज में होरी मची है,
रंग देगो सबनें लाल,
गोपियों कहां छिपोगी?

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18 FEB 2023 AT 19:22

शिव पार्वती एक दूजे से जन्मों रहे अंजाने,
एक-दूजे से मिलन की आस में गुजरे हैं ज़माने,
पन्नों के बीच रखे वो सुमना...
आज फिर खिल गये,
यूं तड़पे यूं तरसे कि आखिर...
वो दीवाने आज फिर मिल गये।

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14 FEB 2023 AT 20:48

आज 14 फरवरी है,
रक्त से रंगी है ये धरा..
और प्रेम के रंग सभी आज काले हैं,
जो तिरंगे में लिपटे बेवाक् लेटे हैं
वो अमर शहीद..
भारत मां के रखवाले हैं।

Black day for India🙏🇮🇳

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19 JAN 2023 AT 20:26

रुख़ बदल लिया बहारों ने..
तन्हाई भी मुस्कराकर मुंह मोड़ गई,
बरसों से बंजर पड़ी इस जमीं पर..
आज फूल बरसे,
जब तू बलखाती जुल्फों का..
एक कतरा कंधे पर छोड़ गई।
वो पहला नशा, वो पहला खुमां सा,
तेरा यूं गले लग जाना..
था खुशनुमा सा।

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10 JAN 2023 AT 20:05

लबों का लबों पे अनचाहा करम हो गया,
'आमोद' टूटकर पलभर में गम हो गया।
अब तहे दिल से माफी चाहते हैं..
अलहदा ना रहो,
कुछ तो कहो..
यूं खफा ना रहो।

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8 JAN 2023 AT 21:04

ना मिले होते,
ना तुमसे यूं दीदार करते,
हम तो नजरों से ना पढ़ सके तुम्हें,
काश..तुम तो यूं नजरंदाज ना करते।

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5 JAN 2023 AT 21:40

चाहा है तुझको मरके..
अपनों से बिछड़ के,
जिन्दगी में मेरी..
कुछ नहीं है तुझसे बढ़के।
चारों पहर है गाया..
दिल से है बुलाया,
गुजरे हैं दिन महीने..
पर श्याम तू ना आया।
तानों को भी सुना है..
अनजानों को भी सुना है,
प्रेम के मारे इस दिल ने..
फिर भी तुझे चुना है।
'मोहन' अब तो दरश दिखा दो..
फिर सांस ना रहेगी,
दीवानगी ये मेरी..
अब और ना सहेगी।

"कृष्ण प्रेम" -Vijay writes

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17 DEC 2022 AT 18:28

आपका हमेशा अच्छा बोलना..
लोगों को boring लगने लगता है

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17 DEC 2022 AT 18:20

कोई आपको तब तक सुनता है,
जब तक वह आपको समझना चाहता है।

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