सभी मनुष्यों को उनके कर्मों का फल मिलता है अच्छे कर्मों का फल देरी से, बुरे कर्मो का फल जल्दी से, मिलता जरूर है। इसीलिए सत्कर्म करे और जिसने आप का अच्छा किया उसका बुरा न करे। श्री राधे
परेशानी के समय साथ छोड़ने वाला साथी नहीं, स्वार्थी होता है। ऐसे व्यक्ति समझ नही,समय देखकर आपसे मिलते हैं, और व्यवहार करते हैं,और आपकी बातों को लोगो तक पहुंचते है।
जीवन में किस समय आपके साथ क्या होगा, क्यों होगा,कैसे होगा और कहा होगा। ये तो हम नही जानते और इसका कुछ नही कर सकते। लेकिन ऐसे समय को अपनी स्थिर बुद्धि से अपना और लोगों को सही कर सकते है।
ये दुनिया स्वार्थी लोगो की है जब तक स्वार्थ है जब तक आप हो। जैसे ही स्वार्थ खत्म आप कौन। नि: स्वार्थ लोगो की यह इज्जत नही होती बस उन्हें गलत समझा जाता है ...........
जीवन में कुछ ऐसे लोग होते है, जिनसे बिना कोई रिश्ते के रिश्ता होता है, बिना कोई बात की भी अनेकों बातचीत होती है जो साथ हो तो बोलता है मैं हूं ना और न हो तो बोलता है मुझे बुला गया क्या। उसे ही मित्र बोलते है ...........
मकड़ी जाला कितने भी सिद्धत से क्यू न बनाए फसा के उसे उसी में मारना है इसीलिए सोच समझकर बोलिए और करिए।समय और कलयुग ने कभी किसी को नहीं छोड़ा तो हम किस खेत की मुली है।