की गौर से पड़े कोई तो,हर बात समझ मे आती है
हर शब्द मानो चुन के लाती है
परछाई सी आँखों मैं ठैर सी जाती है
उसकी हर कविता दिल मे एक घर बनाती है
विरह की तपन को बड़ी सरल कह डालती है
प्रेम के मिलन को एक आइना दिखाती है
ढोंग दिखावे से दूर रहती है
उसकी हर कविता सच्चाई से भरपूर रहती है
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