मुझे लिखने का शौक तो नहीं है, मगर मैं लिख लेती हुँ, तुम मेरी शायरी को अपना तो बना लेते हो, मगर एक बात याद रखना, मेरी फरामोश मोहब्बत से बेहतर है, तुम्हारी अधूरी मोहब्बत💔
मेरे महबूब अब किसी और का दिल बहलाने लगे हैं तड़पाते हैं मुझे और रूह किसी और की सहलाने लगे हैं अब वो मेरे प्यार को बदनामो की गली में फैलाने लगे हैं देखो ना वो अक्सर अब किसी और के लिए मेरे जिस्म को जलाने लगे हैं।।