सात वचनों के अनुसार ,,
हम दोनो बराबर है , समझाया गया है ..
वक्त गुजरने पर तुम भूल तो नही जाओगे ...
मेरे सम्मान की रक्षा करने का वचन दिया है ..
कुछ वक्त बाद उस पर तुम ही ग्रहण तो नही लगाओगे
आधा-आधा मिलकर हाथ बटाएंगे ...
इस वचन को भूल ,,
सारी जिम्मेदारियां मेरे हिस्से तो नही छोड जाओगे ..
मेरे खर्चे उठाने का एहसान तो नही जताओगे ...
बात-बात पर रिश्ते में ,,
पुरूषत्व श्रेष्ठ की बाते तो नही लाओगे ..
जो भी है हमारा आधा-आधा है ,,
कहकर भूल तो नही जाओगे ...
मेरे बाहर काम करने पर नाक तो नही चढाओगे ...
लडकी हो तुम ऐसा ताना तो नही सुनाओगे ...
सवाल तो बहुत है , क्या जवाब दे पाओगे ...
रिश्ता जोड़कर क्या सम्मान के साथ निभा पाओगे ..
ये बातें वक्त पर छोड़ते है ,,
क्योंकि जवाब भी उसी के पास है ...
फिलहाल मैं और तुम दोनों ही ,,
हम बनकर जीने के अनुभवों से अन्जान है !!
_swati's diary
-