जनाब लडके ऐसे ही होते है
मां की आंखो के तारे होते है,
गमों के बोझ को झेल के भी नही रोते है,।
खुद की चिंता किए बिना परिवार के आंसू पोछते है
अपनी खुशियों को ताक पे रख के दूसरो के खुशियों के लिए जीते हैं,
जिमेदारियो के बीच घिरे होने के बावजूद भी चेहरे से मुस्कुराते होते है,
बड़ी आसानी से लोग उंगली उठा देते है,
फिर भी ये दिल से गले लगा के गीले सिकवे भुला देते है,
और जब इनके साथ निभाने की बात आती है तो लोग हाथ खड़े कर देते है,। जनाब लडके ऐसे ही होते हैं।
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