Suresh Tiwari  
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शुन्य से शुरू........................... शुन्य की ओर!
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Joined 31 March 2020


शुन्य से शुरू........................... शुन्य की ओर!
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Joined 31 March 2020
1 JAN 2021 AT 7:38

2021

दिन ,समय, मौसम, वक्त वही है बस हम लोगों ने एक बिंदी(पल) डाल दी, नये शुरूवात परिक्रमा की आपकों ढेरों सारी शुभकामनाएँ,यह नूतन कार्य मंगलमय हो !

🙏🏻
2o21 Happy New year

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27 DEC 2020 AT 18:18

हल्की मुस्कान ओरों के चेहरों , दिल ,दिमाग
व मन को शांत व शकुन देकर सुंदर नये रास्ते
के विचार की ओर इंगित करता है ।

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19 DEC 2020 AT 20:13

यह मुसाफ़िर का सफर साथ-साथ संग गुज़रने का
मुकाम जिसका जहाँ हो पर चलते रहें सफर ,आपस में
प्रेम, सहयोग (सुख-दुख) से चलते चलते, ये इंतिहा है या नही हमें पता नहीं ।

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17 DEC 2020 AT 18:33

अऩजान राहें भटकते कदम न सुर मिलतें चलते हरदम
कभी ख़ुशी-कभी गम में भींगा बदन अटपटी राहत सी

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16 DEC 2020 AT 17:46

नज़र से पढ़ लेती ज़माने को पर जानें को काबिल नही ,
छुटी-सी हूँ,मेरा रास्ता ओर गर कोई राहगीर मिल जाये।

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15 DEC 2020 AT 19:15

हमारे बच्चे नादान मासूमियत व भोलापन लेकिन अपने जीवन को अंधेरे डर कुछ निडर से अपने रास्ते निकाल कर किशोरअवस्था में पूर्ण विश्वास से पहुँचकर युवा की ओर अग्रसर होकर अपने व पूरे देश काभविष्य बनकर अपनी संस्कृति को संजोये रखते है ।
"🙏🏻मेरा प्रणाम"

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14 DEC 2020 AT 18:29

माता-पिता के प्यार मिलनें के साथ जीवन पूर्ण सार्थक
करने के लिए एक प्यारा जीवन-साथी जिसका इंतजार
जीवन में जो स्वागतयोग्य अभिनंदन अपने नयें कदमों से उत्साह पूर्वक करना होता अपने उज्जवल भविष्य
आवश्यक ..........

Well-come

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13 DEC 2020 AT 18:34

इंतज़ार प्यार का चाहें दोस्त का हो या जीवन-साथी या परिवार का जो दिल टुट गया कुछ कारण से गर न मिलें तो एक अज़नबी की तरह अनजाने रास्ते से जाना होता इससे शायद आपकी मंज़िल मिलें या न मिलें पर॔तु परेशानी से गुज़रना पड़ता जिससे किसी को कुछ भी खोकर नुक़सान उठाना पड़ सकता इसलिए छोटे-मोटे शिकवे को दरकिनार करतें हुए टुटे दिल मिलनें बेकरारी रहती है ऐसे मोके नहीं चुकना चाहिए ।

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12 DEC 2020 AT 18:10

शक्ति सभी के पास आती जाती उसमें में सफलता के लिए विश्वास के बीज़ की ज़रूरत पड़ती फिर अंत में जो महत्वपूर्ण है वो नियंत्रण इसके बिना सब बेकार
चाहें शिक्षा हो, शक्ति हो ,पैसा हो,अभिमान हो आदि गर नियंत्रण की योग्यता नही अर्थात दुरूपयोग करता है तो जीवन नर्क के समान ,जैसै-शक्ति है तो सम्मान करिये चाहें स्त्री बच्चे या वृध्द ।

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11 DEC 2020 AT 17:58

कभी सोचा आपने ......🤔 ?
आज की दुनियां ऐसी हो गयी , भले हमारे पास कुछ
हुनर हो न हो पर, सुंदरता के लिए रोज आगे से आगे होना चाहते। लेकिन खुली आंखो से दिखने वाली सुंदरता काम न आने वाली, इसके लिए आंखे बंद करके अपने आपकों आत्म समर्पित होकर सुंदर (योग्य) होना जरूरी ,वरना विश्वास पर धोखा खा सकते

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