मन किया करने का , एक कविता अर्ज़ ..
घर मे रहना है फिलहाल, सबसे पहला फ़र्ज़
बेठे-बेठे बोर होए, खाने है कुछ आम..
मगर खड़ी है बीवी सर पे, इसलिए पहले करना है कुछ काम..
बड़ी अहमियत काम वाली कि, जब करना पड़ा काम
और सब्जी वाले भईया ने घटा दिए अपने दाम
त्रेता युग मे सिखाया था रामायण ने, कि धर्म रहेगा सदैव आगे
और कलयुग मे वायरस ने सिखाया, कि जीवन का मूल्य है पैसों से आगे ..
जहाँ पैसे कमाने का न रह गया था कोई ढंग ..
वहां अब अपनों को मारने की बजाए, समय बिताना है उनके संग
एक छोटे से वायरस ने, रोक दी पैसों की दोड़ ...
और लोगों को दिया परिवारों की तरफ़ मोड़
अपडेट करों भगवान को , करके बंद अपने गेट
मंदिर के दरवाजे है बंद, क्योंकि वहां पे हो रहा था सिर्फ़ फेसबुक पे अपडेट ।।
#stayhomestaysafe
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